Deshbhakti Shayri in Hindi पोस्ट में आपका स्वागत है अगर आप Deshbhakti Shayri ,Deshbhakti poem in hindi कि तलाश में है तो आप बिलकुल सही जगह पर आये हैं इस Deshbhakti Shayri पोस्ट पर आपको कई सारी अच्छी हिंदी देशभक्ति शायरी hindi shayri पढने को मिलेंगी
#1 #
जब खुले मेरी आँखें तो धरती हिन्दुस्तान की हो:
और जो आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो:
मौत भी आ जाए तो कोई गम नही लेकिन,
ये चाहत है कि मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।
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कोई सनम नही आशिकी के लिए
हम तो वतन पे मरते है
उस तिरंगे में समां जायें
बस ये जतन करते हैं
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Deshbhakti Shayri in Hindi
जिन्दा रहने के मौसम बहुत हैं
मगर जाँ देने कि रुत रोज़ आती नहीं
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तेरी ही कोख से जन्मूँ मैं तेरी ही मिटटी में खेलूं
तेरे फूलों में महक सकू तेरी गोद में सर रख सो लूँ
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कहते हैं लोग कि अभिमानी हूँ मैं
हाँ गर्व है मुझे इस बात का कि हिन्दुस्तानी हूँ मैं
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कोई सनम नही आशिकी के लिए
हम तो वतन पे मरते है
उस तिरंगे में समां जायें
बस ये जतन करते हैं
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Deshbhakti poem in hindi
बड़ी हसीं होती है वो मौत जिसे शहादत कहते हैं
मोहब्बत अगर वतन से हो तो उसे इबादत कहते हैं
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देश प्रेम कि खुशबू से यहाँ का ज़र्रा-ज़र्रा महकता है
हवाओं से नहीं यहाँ तिरंगा शहीदों कि साँसों से लहरता है
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बच्चे -बच्चे कि जुबान पर देश का नाम रहता है
हर एक के दिल में देशभक्ति का पैगाम रहता है
एक ज़िन्दगी तो बड़ी कम है देश के लिए
यहाँ हर कोई देश पे सदा के लिए कुर्बान रहता है
#11#
यहाँ का हर सैनिक सिर्फ एक ही सपना देखता है
दुश्मन को मार गिराना या तिरंगे में लिपटे हुए आना

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Deshbhakti Shayri in Hindi
यहाँ वो वीर हुए हैं जिन्होंने तिरंगे को अपना खून पिलाया है
वो क्या डरेंगे मरने से जिन्होंने मौत को अपनी दुल्हन बनाया है
#13#
खुद का कतरा -कतरा लुटा दिया जिन्होंने
देश के लिए हँसते हँसते खुद को मिटा दिया जिन्होंने
आँखों से दो आंसू ज़रा गिरा दें उनके लिए
भारत माँ के सम्मान के लिए खुद को सूली चढ़ा दिया जिन्होंने
#14#
यहाँ जंग हथियारों से नहीं हौन्सलों से लड़ी जाती है
तभी तो कोई निहत्ता सैनिक भी दुश्मनों का काल बन जाता है
#15#
है नमन बहुत उन वीर जवानों को
जो सरहद पर हमें बचाने बैठे हैं
परवाह नही किसी दर्द कि उनको
वो दुश्मन पर घात लगाने बैठे हैं
#16#
तिरंगे कि शान में कोई गुस्ताखी
मंज़ूर नही है
सारी दुनिया में जब लहरेगा भारत का परचम
वो दिन अब दूर नहीं है
#17#
कोई हो मज़हब हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई
इस देश कि सब औलादें इस नाते हैं सब भाई-भाई
#18#
ये देश है दीवानों का मस्ताने यहाँ रहते हैं
दुनिया में सिर्फ हम ही है जो वतन को माँ कहते हैं
#19#
Hindi Shayri
देश प्रेम सिर्फ देश के लिए मरना ही नही
देश की बेहतरी के लिए जीना भी होता है
#20#
Deshbhakti poem in hindi
चाहे रेत के धोरे हैं चाहे गहराई हो पानी की
चाहे आग उगलता सूरज हो चाहे हाड़ कपाती सर्दी
कोई फर्क नही पड़ता उनको
बस हाथ में तिरंगा है नज़र में दुश्मन और बदन पे वर्दी
#21#
बस ये ही बात हवाओं को बताये रखना
रौशनी होकर रहेगी चिरागों को जलाये रखना
खून देकर की है जिसकी हिफाजत हमने
उस अनमोल तिरंगे को हमेशा अपने दिल में बसाये रखना
#22 #
रौशनी देकर अंधेरों को गले लगाने वाले वीरों को
मेरा सलाम
मुश्किल से मिलता है नसीब वतन पे मर मिटने का
ऐसी तकदीरों को मेरा सलाम
#23 #
हज़ारों रंग बसे है मेरे भारत में
कितना ये रंगीला देश है
अलग रीतियाँ अलग बोलियाँ
जगह जगह पर अलग भेष है
#24#
रंगीन फिजायें हैं खुशहाल चमन हैं
ज़र्रे -ज़र्रे में इसके बसता अमन है
समझौता नहीं करते हम इज्ज़त से देश की
हम जान लुटा देंगे जो मुश्किल में वतन है
#25#
आज़ादी के दीवानों ने जब खेली थी होलियाँ
खाई थी अपने सीने पर दुश्मन कि गोलियां
उफ़ तक न कि न फ़र्ज़ से मन डोला
गया एक ही स्वर में “मेरा रंग दे बसंती चोला “
#26 #
हम भारतीय शांति में विश्वास रखते है
हर किसी के लिए दिल साफ़ रखते हैं
और फिर भी कोई न माने तो
उसका अच्छे से इन्साफ करते हैं
#27#
एक देश है एक है नारा
विजयी है विश्व में तिरंगा हमारा
नभ में गूंजा है जयकारा
भारत सारे जहाँ से प्यारा
#28#
हर जनम बस यही एक सनम चाहिए
अमन और सुकून से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहू इस सरज़मी के लिए
और जब मरु तो तिरंगा कफन चाहियें
#29#
देश को अब आजादी के नए पैमानों की जरूरत है
भगत-आजाद जैसे दीवानो की जरूरत है
वतन एक बार फिर खतरे में है
इसे फिर से बचाने की जरूरत है
#30#
दिल में जूनून आँखों में
Deshbhakti की चमक रखता है
जान निकाल दे जो दुश्मन की
यहाँ का सैनिक आवाज में इतनी Dhamak रखता है
#31#
अपनी Azaadi को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं
सर kata सकते हैं लेकिन सर jhuka सकते नहीं
#32#
Deshbhakti Shayri in Hindi
आओ झुक कर salam करे उनको,
जिनके हिस्से में ये mukam आता है,
khushnaseeb होता है वो खून,
जो देश के kaam आता है।
#33#
वो Zindagi ही क्या जिसमे
मोहब्बत watan की सिमटी न हो,
वो मौत ही क्या जो Tirange में लिपटी न हो।
#34#
कुछ पन्ने पढ़ कर itihas के,
मेरे मुल्क के सीने मेंshamshir हो गए,
जो लड़े जो मरे वो shaheed हो गए,
जो गद्दार बने वो wazeer हो गए।
#35#
ऐ मेरे watan के लोगो तुम खूब लगाओ Nara
ये Shubh दिन है हम सबका लहराओ Tiranga प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने praan गँवायेँ
कुछ yaad उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये
#36#
चमक रहा है भारत बन के नभ के तारा
फैलाएगा पुरे विश्व में ये उजियारा
नही है सानी जग में कोई इसके जैसा
ये तो है सारी दुनिया से न्यारा

#37#
देश पे मर मिटने का जज्बा
जाने कहाँ से लाते हैं
हर मुश्किल से लड़ते हैं
तूफ़ान से टकराते हैं
लग जाते हैं गले मौत के
तिरंगे में लिपटे चले आते हैं
#38#
जो हुए न्योछावर देश के लिए
छोड़कर घर बार अकेले
उन शहीदों की मजारों पर
लगेंगे हर बरस मेले
#39#
Deshbhakti Shayri in Hindi
एक दिया उनके नाम का भी जला लो
अपनी पूजा कि थाली में
जिनकी सांसें काम आ गयी
भारत माँ कि रखवाली में
#40#
बर्बाद न हो कोई भी कहीं
पर मुल्क मेरा आबाद रहे
न झुके कभी न रुके कभी
सबसे जुदा इसका अंदाज़ रहे
#41#
कमाल की शख्शियतें थी वो
जिन्होंने कुर्बानी कि वो दास्ताँ लिखी
जो न पहले कभी कही गयी न सुनी गयी
#42#
जिन्होने खून को पानी समझा
अपना हर धर्म कुर्बानी समझा
मेरा शत-शत नमन ऐसे वीरों को
जिन्होंने शहादत को अपनी रानी समझा
Swami Vivekanand quotes in hindi स्वामी विवेकानन्द प्रेरक विचार