
नमस्कार दोस्तों। जीवन में कई बार ऐसा समय आता है जब हम हार मानने लगते हैं। हताश होने लगते हैं और हमारी उम्मीद टूटने लगती हैं । हमें लगता है कि अब कुछ नहीं हो सकता और ऐसी स्थिति में कई बार लोग खुद को खत्म करने की कोशिश भी कर लेते हैं, क्योंकि उनके लिए जिंदगी में कुछ बचा ही नहीं होता। सारी उम्मीदें सारी आशाएं (hope) खत्म हो चुकी होती है।
हम जो भी काम कर रहे होते हैं उसे छोड़ने का मन बनाने लगते हैं क्योंकि वह वह काम हमें मन वांछित परिणाम नहीं दे रहा है या हम उसमें सफल नहीं हो पा रहे हैं। जब ऐसा होता है तो हम उम्मीद छोड़ देते और उम्मीद या hope छोड़ने का मतलब होता है हार मान लेना।
यह जिंदगी संभावनाओं का खेल है और जो हमारी संभावनाएं ही हम खत्म कर देंगे तो जिंदगी भी खत्म हो जाती है जब आपकी आशाएं अपने आप को लेकर किस खत्म होने लगती हैं तो वह वक्त बहुत ही बुरा होता है और ऐसा होने पर सफलताएं की सारी संभावनाएं खत्म हो जाती है।
उम्मीद या Hopeक्या है
उम्मीद,आशा या hope कुछ ना होकर भी बहुत कुछ है। यह एक सोच है जो हमें कामयाबी के पथ पर चलने के लिए प्रेरित करती रहती है। हो या उम्मीद एक दीपक की तरह है जिसके सहारे हम कितने भी अंधेरे और कठिनाई भरे रास्तों को पार कर जाते हैं।
उम्मीद एक ऐसी नाव है जिस पर चढ़कर आप हर समंदर को पार कर जाते हैं। उम्मीद जिंदगी है और ना उम्मीद ही मौत। ऐसा नहीं कहा क्योंकि आपने सुना होगा जिन मरीजों को अपनी जिंदगी से कोई उम्मीद नहीं होती वक्त मौत से जंग जीत नहीं पाते और जिन्हें उम्मीद होती है वह कड़ी से कड़ी टक्कर देते हैं अपनी जिंदगी को पाने के लिए और हासिल भी करते हैं जिंदगी को।
उम्मीद जीत है और नाउम्मीदी हार। यदि हम कोई काम कर रहे हैं तो उसमें सफल होने की सबसे पहली शर्त है जीत की उम्मीद, अगर हमारे मन में यह उम्मीद ही नहीं है तो हम वह प्रयास पूरे मन से कर ही नहीं पाएंगे। हमारे मन में यह संदेह है कि हम हार जाएंगे तो जाहिर सी बात है हम हार ही जाएंगे ।
hope can change our life story

एक बार एक आदमी रेगिस्तान में भटक जाता बहुत कोशिश करने के बाद भी बाहर नहीं निकलता उसके पास खाने के लिए भी कुछ नहीं होता और पीने के लिए पानी भी नहीं तोता उसे बहुत तेज प्यास लगी होती है गला प्यार के मारे सूख रहा होता है लेकिन उसके पास बिल्कुल भी पानी नहीं होता पानी की तलाश में इधर-उधर बहुत कोशिश करता है लेकिन फिर भी पानी उसे नजर नहीं आता
लेकिन वह व्यक्ति अपनी उम्मीद नहीं छोड़ता है और पानी की तलाश जारी रखता बहुत घूमने के बाद और बहुत चलने के बाद उसे एक भूत दूर रेगिस्तान में दिखाई देती एक बार को से लगता भी है कि वह सकता है शायद ही उसका कोई भ्रम हो इससे पहले भी उसे कई बार और मृत रचना जैसे अनुभव हुए जिन्होंने धोखा दिया लेकिन फिर भी पानी की उम्मीद के कारण उस घड़ी की तरफ चलने लगता है और जितना पास जाता है उतना ही उसका बढ़ता जाता है
देखता है कि वहां सच में एक झोपड़ी है और वह उस झोपड़ी अंदर प्रवेश कर जाता है गांव से पानी तो नहीं मिलता पर एक हैंडपंप दिखाई देता है बड़ी उम्मीद के साथ हैंड पंप को चलाने लगता है पर काफी बार चलाने पर भी उसमें से पानी नहीं निकलता जब उस व्यक्ति को लगता है कि पानी मिलने की कोई संभावना यहां दिखाई नहीं दे रही चक्कर खाकर के जमीन पर गिर पड़ता है
जमीन पर गिरे हुए उसकी नजर जाती है और वह देखता है कि झोपड़ी की छत से एक बोतल पानी की भरी हुई लटकी हुई मैं तुरंत उस बटन को उतारता है और पानी पीने वाला ही होता है क्योंकि नजर बोतल से चिपके हुए एक कागज पर पड़ती है जिस पर लिखा हुआ होता है इस पानी का उपयोग पीने के लिए ना करें बल्कि इस पानी को हैंडपंप में डालकर के हैंडपंप चलाने में उपयोग करें
अब वह यात्री फिर से बड़ा परेशान हो जाता है और सोचने लगता है कि क्या किया जाए पानी पिया जाए यह हैंडपंप पर डाला जाए उसके पास एक बोतल पानी है और वह बहुत प्यास से बेहाल हो चुका है पानी नहीं मिला तो मर भी सकता है पानी की यह एक बोतल उसकी जिंदगी बचा सकते हैं।
उसके मन में ही है शंका भी आई कि क्या होगा यदि पानी डालने के बाद भी हैंडपंप नहीं चला तो और उससे पानी नहीं निकला तो परंतु फिर भी उसके उम्मीद नहीं छोड़ी वह हिम्मत करके उठा उसने बोतल का ढक्कन खोला और कांपते हाथों से बोतल का पानी हैंडपंप में डाल दिया और बड़ी उम्मीद के साथ हैंडपंप को चलाना शुरु किया।
उसने हैंडपंप को 5 से 7 बार ही चलाया होगा कि उसे सच में पानी निकलने लगा बहुत ही मीठा और ठंडा पानी था जो उसने हैंडपंप चला कर के उसने पेट भर के पानी पी लिया और अपने पास जो भी बोतल की उन में पानी भर लिया। और उस बोतल में पानी भर के दोबारा से झोपड़ी की छत पर लटका दिया।
जब बोतल तू लटका रहा था तो उसने देखा कि वहां पर एक और वाटर लड़की हुई है और उस होटल में रेगिस्तान से बाहर निकलने का नक्शा और एक पेंसिल रखी हुई। वह यात्री उस नक्शे को अच्छे से याद कर लेता है और अपने हाथ से एक और नोट लिखकर उस बोतल में डाल देता है जिस पर लिखा होता है कि सच में यह हैंडपंप काम करता है यकीन करें। और वह अपनी पानी की बोतल लेकर वहां से चला जाता है और रेगिस्तान से बाहर निकल जाता है।
यह कहानी हमें बताती है कि कैसे उम्मीद यकीन काम करते हैं कैसे हो उस व्यक्ति के यकीन ने उसे पानी तक पहुंचा दिया और उसकी जिंदगी बचा ली। यहां पर पानी एक तरह से वह सपना है जिसे हम देखते हैं जिसे हम पाना चाहते हैं जिन्हें पाना हमारे लिए एक चमत्कार से कम नहीं परंतु कई बार जब परिस्थितियां विपरीत होती है समय कठिन होता है तो हम यकीन और उम्मीद छोड़ देते हैं कि हमारे द्वारा देखा गया सपना सच होगा
सोचिए अगर वह व्यक्ति यकीन ही नहीं करता कि उस झोपड़ी में पानी होगा और वहां तक आता ही नहीं। सोचिए अगर उसके मन में यह उम्मीद ही नहीं होती कि यह हैंडपंप सच में काम करेगा और वह उस एक बोतल पानी को ही पी लेता। तो क्या होता उसे पानी तो मिल जाता लेकिन सिर्फ एक बोतल जिससे उसका उस समय का काम चल जाता परंतु ना तो उसे एक्स्ट्रा पानी मिलता ना ही रेगिस्तान से बाहर निकलने का नक्शा मिलता और हो सकता है कि वह उसी तरह भटकते भटकते रेगिस्तान में मर जाता।
उस व्यक्ति के लिए रेगिस्तान में पानी मिलना किसी चमत्कार से कम नहीं था। यह कहानी हमें बताती है कि अगर आप उम्मीद ना छोड़ें और यकीन करते हुए कर्म करते रहें तो इस दुनिया में चमत्कार भी होते हैं उम्मीद और मेहनत के बल पर इस दुनिया में हर वह काम हो सकता है जिसके बारे में कभी सोचा ना गया हो।
इससे हमें यह समझ में आता है कि उम्मीद के सहारे हम अपना हर बड़ा सपना पूरा कर सकते हैं शर्त बस इतनी है उस बड़े सपने को पाने के लिए हो सकता है कि हमें अपनी छोटी-छोटी इच्छाएँ कुर्बान करनी पड़े जैसे उस यात्री को भी बहुत सारा पानी एक बोतल पानी कुर्बान करने पर ही मिला था।
Don’t loose hope story 2
एक बार एक राजा होता है उस राजा के बंदी गृह में दो कैदी होते हैं । दोनों कैदियों को फांसी की सजा सुनाई गई होती है। जिन कैदियों को फांसी मिलने वाली होती है उससे एक रात पहले उन दोनों कैदियों को राजा के सामने पेश किया जाता है और राजा उनसे पूछता है कि उनकी आखिरी इच्छा क्या है ?
उनमें से एक कैदी नंबर 1 कहता है कि उसकी कोई आखिरी इच्छा नहीं है। राजा कहता है “ठीक है कल सुबह फांसी के लिए तैयार रहना” फिर वह कैदी नंबर 2 से पूछता है कि उसकी आखिरी इच्छा क्या है? वह कैदी यह जानता है कि राजा के पास एक घोड़ा है जिसे मैं बहुत प्यार करता है।
कैदी नंबर 2 राजा से कहता है कि महाराज मेरी आखिरी इच्छा है कि मैं आपके घोड़े को 6 महीने में एक उड़ता हुआ घोड़ा बना दूँ । राजा कैदी से पूछता है क्या सच मे ऐसा संभव है? कैदी कहता है बिल्कुल महाराज ऐसा संभव है मेरे पास ऐसी विद्या है जिसके द्वारा में किसी भी जानवर को उड़ा सकता हूं। बस इसके लिए मुझे छः महीने का समय चाहिए ।
राजा सोचता है अगर सच में ऐसा हुआ तो मैं इस धरती पर ऐसा पहला राजा बन जाऊंगा जिसके पास उड़ने वाला घोड़ा होगा और वह उस कैदी को 6 महीने का वक्त देता है। राजा के जाने के बाद कैदी नंबर 1 कैदी नंबर 2 से कहता है कि तुम ने राजा से झूठ क्यों बोला तुम्हारे पास तो कोई भी ऐसी विध्या नहीं है जिससे तुम उसके घोड़े को उड़ा सको। इस पर कैदी नंबर कहता है “हां यह सच है कि मेरे पास ऐसी कोई विद्या नहीं है राजा के घोड़े उड़ा सकूं, लेकिन राजा से ऐसा कह कर मैंने अपने आप चार उम्मीदें hope दी हैं” –
1. राजा का घोड़ा बूढ़ा हो चुका है हो सकता है अगले 6 महीने से पहले वही मर जाए
2. राजा खुद भी पूरा हो चुका है क्या पता 6 महीने पूरे होने से पहले वह भी मर जाए
3. क्या पता मैं खुद प्राकृतिक मौत मर जाऊं
4. हो सकता है मैं घोड़े को सच में उड़ा भी दो
और इन सब में से कुछ भी नहीं हुआ तो भी मैं तुमसे 6 महीने से ज्यादा जी लूंगा यह भी मेरे लिए बहुत है
इस कहानी से हमें सीख मिलती है वह कैदी जिसे अगली सुबह फांसी की सजा मिलनी थी जो मौत की दहलीज पर खड़ा हुआ था उसने इतने मुश्किल समय मैं भी अपनी उम्मीद को नहीं छोड़ा था और वह अपनी उम्मीद के बलबूते अपनी सजा को 6 महीने टालने में कामयाब भी हुआ उस कैदी की तरह विपरीत परिस्थितियों में फंसे होने के बाद भी हमें कभी उम्मीद hope का दामन नहीं छोड़ना चाहिए।
ज़िंदगी संभावनाओं का खेल है Life is game of hope
चाहे हमारे जीवन में कितनी भी बुरी परिस्थिति क्यों ना हो कितनी भी कठिनाइयां पर उन से डर के हमें कभी भी उम्मीद hope नहीं छोड़नी चाहिए। जब हम उम्मीद छोड़ देते हैं तो काम करना भी छोड़ देते हैं और बहुत तरह की निराशा और नकारात्मक विचार हमारे अंदर आने लगते हैं।
ये हमारे अंदर की सारी शक्तियों को खत्म कर देते हैं और व्यक्ति को इतना हताश कर देते हैं कि कई बार लोग परिस्थितियों से डरकर के आत्महत्या तक करने की कोशिश करते है।
यदि कोई व्यक्ति बुरी परिस्थितियों के बाद भी अपनी उम्मीद बनाए रखता है। अपनी आशा बनाए रखता है। अपना कर्म करना जारी रखता है। तो उसकी सफलता की संभावनाएं काफी ज्यादा होती हैं। वह कभी अपने जीवन को खत्म करने की मंशा नहीं रखता असफल हो सकता है पर हार नहीं सकता।
उम्मीद या आशा की किरण आप से जो करवा सकती है, वो आप सोच भी नहीं सकते । इसलिए खुद पर अपना विश्वास बनाए रखें और कभी उम्मीद hope ना छोड़े।
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