famous hindi stories (प्रसिद्ध हिंदी कहानियाँ )

famous hindi stories

हेलो दोस्तों, हम सभी को अपने जीवन में कुछ ना कुछ मोटिवेशन की जरूरत होती है। और यह मोटिवेशन समय अक्सर कहानियों(famous hindi stories) से भी बहुत ज्यादा मिलता है।

इसके अलावा कहानियों के माध्यम से हम अपनी अगली जनरेशन में भी कुछ अच्छे मोरल्स डेवलप कर सकते हैं उनमें अच्छे संस्कार डाल सकते हैं, बल्कि मेरे हिसाब से कहानियां एक बहुत अच्छा और दिलचस्प माध्यम है छोटे-छोटे बच्चों के अंदर कुछ छोटे-छोटे पर बड़े गुण डालने का।

सिर्फ यही नहीं इन कहानियों के माध्यम से हम अपने और अपने बच्चों के बीच एक स्ट्रांग बॉन्ड बना सकते हैं इसी क्रम में मेरे पास आपके लिए कहानियां है-

लालच बुरी बला है(famous hindi stories)

 एक दिन नदी के किनारे एक बाघ बैठा था। कहने को तो वह बाघ था पर उसने हाथ में कुशा ले रखी थी और उसके दूसरे हाथ में सोने के कंगन थे। उसकी तपस्या करने वाली मुद्रा निश्चय ही हैरान कर देने वाली थी।

वही सरोवर के पास एक पगडंडी थी। जहां हमेशा आने जाने वाले लोगों का तांता लगा रहता था। बाघ पथिको को संबोधित करके कह रहा था पथिको मैं आज कुछ दान करना चाहता हूं मेरे पास सोने का कंगन है जो भी व्यक्ति चाहे इसे ले सकता है

आने जाने वाले लोग उसे उसकी चालाकी पर हंस कर अपना रास्ते में आगे बढ़ जाते । इतने में एक लालची राहगीर भी उसी रास्ते से निकल रहा था। बाघ ने उसके सामने भी अपनी बात दोहरा दी। सोने के कंगन का नाम सुनकर वैरागी सोचने लगा मेरा आधा जीवन बीत गया अभी तक मैं अपनी पत्नी के लिए ऐसा सुंदर कंगन नहीं बनवा पाया।

अगर किसी तरह यह कंगन मुझे मिल जाए, तो मेरा शेष जीवन बड़े सुख पूर्वक गुजर सकता है। यही सब सोचते हुए वह वहीं खड़ा हो गया। लेकिन उसी पल उसके दिमाग में दूसरा भी विचार आया और उसने सोचा कहीं मैं गलत तो नहीं कर रहा हूं। ऐसा ना हो कि कंगन के लेने के चक्कर में मैं अपने प्राण ही त्याग दूं।

परंतु अगले ही पल फिर से सोचने लगा कि धन भी तो खतरे में पड़ कर ही मिलता है। इन्हीं सब उधेड़बुन में लगा हुआ था कि बाघ ने फिर से अपनी बात दोहराई और उसका लालच और भी तेज हो गया। वह राहगीर बाघ से बोला है वह तुम्हारा कंगन कहां है

 बाघ में कंगन घुमा फिरा कर दिखा दिया। राहगीर फिर बोला ” यह तो ठीक है कि तुम्हारे पास कंगन है, पर तुम जैसे हिंसक जानवर पर विश्वास कैसे करूं” फिर बाघ बोला कि हे भोले पथिक आज से कुछ समय पहले जब मैं भी पूर्ण युवा था। अन्य पशुओं की भांति पापी था।

मैंने बहुत सारे मनुष्य और जानवरों को मारा ।इसका मुझे यह दंड मिला कि मैं रोगी हो गया मेरे युवा पुत्र पुत्र शिकारियों के शिकार बने। मेरे पापों का दंड मुझे मिल गया उस दिन से मैं हमेशा दर्द में रहने लगा।

एक दिन  मैं  ऐसे ही उदास भाव से तालाब के किनारे पर बैठा हुआ था। तभी एक महान धर्मात्मा इसी रास्ते से निकले । उन्होंने मुझे उदास देखकर उदासी का कारण पूछा तो मैंने उन्हें अपनी सारी व्यथा कह सुनाई। इस पर उन्होंने कहा -हे बाघ धर्म शास्त्रों का अध्ययन , दान , सत्य , धैर्य ,क्षमा और अहिंसा धर्म के सात अंग है तुम धर्म का आचरण करो तुम्हें मानसिक शांति मिलेगी। 

उन्हीं के उपदेश से प्रभावित होकर के मैं धर्म कार्य करने लगा पर दुख इस बात का है कि कोई मुझ पर विश्वास ही नहीं करता। संसार की तो भेड़ चाल है यदि कोई बुरा व्यक्ति सुधर कर धर्म का पालन भी करने लगे तो कोई उसे स्वीकार नहीं कर सकता।

बाघ ने अपनी आपबीती (famous hindi stories) और अपनी नीतिगत बातों को सुना कर पथिक को अपने आप पर विश्वास दिला दिया। वह राहगीर बोलने वाला था कि बाघ फिर से बोल उठा पथिक तुम व्यस्त ही भयभीत हो रहे हो। तुम दान लेने के काबिल हो इसलिए मैं तुम्हें देना चाहता हूं।

शास्त्रों में भी लिखा है कि दाम दरिद्र को ही देना चाहिए। ऐसा दान ही सफल होता है। तुम मुझे बहुत ही दर्द दिखाई पड़ रहे हो तो मेरे तुम्हें दान देने से मेरी मनोवांछित अभिलाषा पूर्ण हो जाएगी। तुम जल्दी ही इस तालाब में नहा स्नान कर लो और इस बार आकर के मेरा  दान ग्रहण कर लो।

बाघ की बातों में आकर कंगन के लोग में वह पथिक तालाब में उतर गया। उस तालाब में गहरा दलदल था। बैरागी थोड़ा आगे बढ़ा ही था कि वह दलदल में फंस गया। और जैसे-जैसे निकलने की कोशिश करने लगा दलदल में और अधिक फसता गया।

पति को दलदल में फंसा देखकर बहुत की ओर बढ़ा और बोला पथिक स्नान क्यों नहीं करते प्रतीक बोला स्नान कैसे करूं मैं दलदल में फंस गया हूं तुम ही मुझे निकाल दो। इस पर बाघ उसके पास पहुंच कर बोला तो मिस तालाब के दलदल की कहते हो, मैं तुम्हें संसार के ही दलदल से छुड़ाने वाला हूं इतना कहकर उस बाघ ने उस राहगीर को बहुत ही आसानी से खा लिया।

आपने देखा कि अपने लालच के वशीभूत होने के कारण उस राहगीर को अपने प्राणों को गंवाना पड़ा। अगर वह राहगीर कंगन का लालच नहीं करता और अपने रास्ते पर चला जाता तो अपनी जान से हाथ नहीं धोना पड़ता।

इसीलिए कहते हैं दोस्तों, कभी भी हमें लालच नहीं करना चाहिए। फ्री में हमें कोई वस्तु मिल सकती है ऐसा सोचना ही गलत है। असलियत में ऐसे वस्तु आने वाली परेशानियों का एक जाल होती हैं। जिनमें इंसान अपने लालच के कारण फस जाता है।

मुसीबत में चतुराई से काम लेना चाहिए

एक बार एक वन में हाथी रहता था। उसी वन में  सियार  का एक दल भी रहता था। जब हाथी पानी पीने के लिए तालाब पर जा रहा था तो   सियार की नजर उस हाथी पर पड़ी।

और भी सोचने लगे कि यदि किसी उपाय के द्वारा इसको मार दिया जाए तो उसके शरीर से कई दिनों तक मास प्राप्त हो सकता है। दल का नेता एक बूढ़ा सियार था उसने यह प्रतिज्ञा की कि मैं अपने उपायों से इस हाथी को मार ही डालूंगा। और वह इसी इच्छा के साथ हाथी के पास गया और बोला-

 महाराज कृपया मेरी बात  सुने, इस पर हाथी ने पूछा तू कौन है? और कहां से आया है?

 सियार बोला- महाराज में सियार हूं, समस्त वनवासियों ने परस्पर सलाह करके मुझे आपके पास भेजा है। और कहा है कि बिना राजा के यह पूरा जंगल हमें अच्छा नहीं लगता।

इसलिए आपको इस वन का राजा चुना जाए और आज ही राज्याभिषेक कर दिया जाए। मैं आपसे उस स्थान पर चलने का आग्रह करने आया हूं जहां पर राज्य अभिषेक किया जाना है। शुभ मुहूर्त बहुत ही निकट है अतः मैं आपसे विनती करता हूं कि आप जल्दी वहां चले।

 सियार की इन लालच भरी भोली भाली बातों में आकर हाथी उसी समय सियार के साथ चला गया। रास्ते में वह एक बहुत ही बड़े गहरे दलदल में फंस गया। उसने उस दलदल से निकलने का बहुत प्रयत्न किया। और जब वह निकल नहीं सका तो सियार से बोला मित्र मैं तो दलदल में फंस गया अब बताओ क्या करना चाहिए 

तो वह सियार हंसकर बोला- महाराज मैं अब आपकी क्या सहायता कर सकता हूं। आप चाहे तो मेरी पूछ पकड़ ले और दलदल से निकल आएं।

आप सोच ही सकते हैं इस कहानी में उस हाथी का क्या हाल हुआ होगा। अगर उसने अपनी बुद्धि का सही समय पर प्रयोग किया होता तो वह इस मुसीबत में फंसने से बच सकता था। पर ऐसा हो नहीं पाया और उसे अपने प्राण गंवाने पड़े। 

इन दोनों ही कहानियों में आपने देखा कि जब भी हम लालच करने लगते हैं ,किसी ऐसी चीज़ को पाने कि लालसा रखते हैं। जो हमारी है ही नही तो हम हमेशा ही मुसीबत में फंस जाते हैं। असलियत में ये एक मुसीबतों का जाल होता है। हमें उम्मीद है ये famous hindi stories आपको पसंद आयेंगी अपने सुझाव हमें कमेंट कर के जरुर बताएं

धन्यवाद !

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