Power Of Determination अद्भुत है संकल्प की शक्ति

power of determination

Power of Determination या संकल्प की शक्ति इस दुनिया की बेहतरीन शक्ति है। यह वह शक्ति है जो आप को पावरफुल बनाती है। यही वह शक्ति है जो बड़े से बड़े काम करवाती है। जीवन शक्ति कहीं बाहर से नहीं आती यह हमारे अंदर से उत्पन्न होती है। यह हमें बेहद शक्तिशाली बनाती है।

दृढ़ संकल्प हमारी वह सोच है जिसके तहत हम किसी काम को हर हाल में करने की योजना बनाते हैं और यही  दृढ़ संकल्प संस्कृत की शक्ति है।

कई बार  लोग अक्सर यह शिकायत करते हैं। कि हमारा कोई काम कभी पूरा नहीं होता या हम किसी काम को तय समय सीमा में संपन्न नहीं करवा पाते या कहते हैं कि कुछ समय बाद उस काम से हमारा मन हट जाता है जब ऐसा होता है तो वह कार्य बीच में लटक जाता है ,और कभी संपन्न नहीं हो पाता। कभी पूरा नहीं हो पाता और इस चक्कर में कई बार लोगों को भारी नुकसान का भी सामना करना पड़ता है। 

संकल्प की शक्ति को कैसे बढ़ाएं(Tips for improve power of determination )

दोस्तों ऐसा नहीं है कि यह शक्ति सब में नहीं होती लेकिन हां इतना जरूर है कि सबको इसके बारे मे पता नहीं होता । हमें अपने अंदर की शक्ति को पहचानना है, अपनी शक्ति को जगाना है , जब तक हमारी शक्ति सोई हुई है तब तक वह किसी काम की नहीं है ।

यदि आप चाहते हैं कि आप ही अपने जीवन में सफलताएं प्राप्त करें एक अच्छा इंसान बने एक अच्छे व्यक्तित्व के स्वामी बने तो अपने अंदर संकल्प की शक्ति जगाइए।

अपनी विल पावर को या power of determination  को  हम  भी मैनेज कर सकते हैं।  मतलब हम चाहें तो इस महान शक्ति को बढ़ा सकते हैं, और इसके लिए हमें बहुत ज्यादा कुछ करना भी नहीं है।  सिर्फ अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में कुछ थोड़े छोटे-मोटे परिवर्तन करने हैं। कुछ छोटे-छोटे संकल्प लेने हैं और उन्हें पूरा करना है जैसे-

  • सोचिए कि आप आज सारा दिन गुस्सा नहीं करेंगे । यदि आप  गुस्से वाले व्यक्ति हैं या आपको गुस्सा ज्यादा आता है तो यह आपके लिए काफी फायदेमंद होगा। आप सारा दिन नहीं सोच सकते तो अपने टारगेट को अपने इस संकल्प को थोड़े कम समय के लिए भी कर सकते हैं। 2 घंटे, 1 घंटे , या जितना आप चाहें।  
  • सोचिए कि आज आप सारा दिन खाना नहीं खाएंगे, या फिर सारा दिन फोन का यूज नहीं करेंगे, या फेसबुक नहीं देखेंगे। 
  • सोचिए कि आप सिर्फ कल सुबह  के लिए अपना आलस छोड़ देंगे ,और जल्दी उठकर  दिखाएंगे क्योंकि आप रोज सुबह 8:00 बजे से पहले नहीं उठते हैं, पर आप चाहते हैं कि आप जल्दी उठने की आदत डालें। तो संकल्प करिए अपने मन में कि आप कल सुबह किसी भी हाल में 6:00 बजे तक उठ जाएंगे। 
  • आप सारा दिन टीवी देखते हैं पर आप चाहते हैं कि आप की आदत बदल जाए तो संकल्प करिए कि अगले दिन आप टीवी नहीं देखेंगे। 
  • अपने आप से वादा करिए कि आज का पूरा दिन आप खुश रहेंगे ,और किसी भी बात पर दुखी नहीं  होंगे, चाहे कोई बात कितनी भी बड़ी क्यों ना हो।
  • अगर आप बिल्कुल भी अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखते, वर्कआउट नहीं करते ,तो खुद से संकल्प कीजिए कि आप रोज सुबह थोड़ा एक्सरसाइज  जरूर करेंगे।
  • अगर आपको बाहर का खाना खाने की आदत ज्यादा है, तो प्रण कीजिए कि आज का पूरा दिन आप बाहर का कुछ नहीं खाएंगे ।

आप सोच रहे होंगे कि यह सब चीजें करने से क्या होगा?…. शायद  1 दिन के करने से कुछ ना हो लेकिन अगर आपने यह चीजें  हर रोज करनी शुरू कर दी, तो  इनका सम्मिलित प्रभाव आपके जीवन को पूरी तरह बदल देगा ।  क्योंकि फिर यह आपकी आदतों में शामिल हो जाएंगी । 

अगर यह सभी संकल्प आपने अच्छे से पूरे कर लिए तो दिन के अंत तक आपके अंदर एक बहुत अच्छा बदलाव स्वतः ही आ जाएगा। आपके अंदर एक नई positive energy भर जाएगी। जिससे आपको लगेगा कि अगर मैं ये कर सकता हूँ तो मैं सब कुछ कर सकता हूं । और यह भाव आपको एक बेहद मजबूत इंसान के रूप में बदल देगा।   

इसके अलावा इन सब चीजों को करने का जो सबसे बड़ा फायदा होगा, वो यह है कि आपके मन को यह संकेत पहुंच जाएगा कि आप अपने मन की मर्जी से चलने वाले इंसानो में से नहीं है बल्कि अपने मन को अपने हिस्साब से चलाने वालों मे से हैं, जिससे आपका कमजोर मन भटकना बंद कर देगा।  

अगर आप रोज ऐसे कई संकल्पों को पूरा कर लेंगे, तो आपके अंदर संकल्प की शक्ति अपने आप आ जाएगी और इन छोटे-छोटे संकल्पों को पूरा करते-करते आप अपने कई बड़े दृढ़ संकल्प को भी पूरा कर पाएंगे ।

संकल्प की शक्ति के फायदे(Magical power of determination) 

दोस्तों संकल्प की शक्ति के बहुत सारे फायदे हैं। हम यह भी कह सकते हैं कि बिना संकल्प के किसी को कुछ हासिल नहीं हो सकता । कार्य छोटा हो या बड़ा उसे सिद्ध करने के लिए सबसे पहले संकल्प की जरूरत पड़ती ही है ।

हम सभी लोग बचपन में स्कूल जाते हैं, क्योंकि हमारे माता-पिता ने संकल्प किया था कि वे  अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा  दिलवाएंगे ।  उनके इस संकल्प के बिना हमारा स्कूल जाना संभव नहीं हो पाता।

संकल्प की शक्ति power of determination के चमत्कार दर्शाने के लिए मैं आपके समक्ष ये दो  कहानी पेश करना चाहती हूं इनके द्वारा आप संघर्ष संकल्प की महत्ता को समझ पाएंगे।

 

Stories about Determination power

कहानी(1)

यह एक ऐसी लड़के  की कहानी है, जिसने अभी स्कूल जाना शुरू ही किया था।  जब पहली बार उसकी टीचर ने उससे पूछा कि वह भविष्य में क्या बनना चाहता है? तो उस बच्चे ने  कहा कि वह एक पेंटर बनना चाहता है ।  

वक्त गुजरने के बाद जब लड़का 5 वीं कक्षा  में पहुंच गया तो उसके टीचर ने फिर से उसे पूछा कि वह भविष्य में क्या बनना चाहता है? इसके बाद उस लड़के ने उत्तर  दिया कि वह एक जादूगर बनना चाहता है । 

कुछ समय बाद जब वो लड़का 8th class  में पहुंचा फिर से वही हुआ।  उसके टीचर ने फिर से वही सवाल पूछा और इस बार लड़के का जवाब था “ मैं डॉक्टर बनना चाहता हूं”।  कुछ वक्त बाद वह लड़का  जब  दसवीं में आ गया तो वह  अब इंजीनियर बनना चाहता था। समय के गुजरने के साथ उसने हमेशा अपना इरादा बदल दिया। इसी वजह से वह आज 35 साल का है और  बेरोजगार है, और कुछ भी नहीं बन पाया है ।

Moral of the Story -जो लोग अपने संकल्प रोज बदलते हैं या जिनका कोई द्रढ़ संकल्प नहीं होता वे कभी सफल नहीं होते ।   

कहानी(2) 

जॉन रॉबलिंग नामक  इंजीनियर न्यूयॉर्क और लोंग आईलैंड के बीच ब्रिज बनाना चाहते थे।  जब यह बात दुनिया भर के इंजीनियर्स को पता लगी । तो सब ने इस आइडिया को बेवकूफी भरा बताया।  कुछ इंजीनियर ने उन्हें पत्र लिखकर भी कहा कि ऐसी बेवकूफी ना करें, लेकिन जॉन अपने निश्चय से पीछे नहीं हटे। 

क्योंकि उन्हें भरोसा था कि वह कामयाब होंगे।  उन्होंने अपने बेटे वॉटसन से इसे  डिस्कस किया जो कि उस वक्त इंजीनियरिंग कर रहे थे। वाटसन ने अपने पिता के काम में रुचि दिखाई और उनके साथ काम करना चाहा । 

दोनों ने मिलकर के प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया।  उस प्रोजेक्ट पर काम करते-करते  वहां एक हादसा हुआ। जिसमें जॉन राबिलिंग की घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गई। इस हादसे में उनके बेटे वाटसन को भी गहरी चोट आई और ब्रेन हेमरेज के चलते उनकी पूरी बॉडी मैं पैरालाइज हो गया और वह व्हीलचेयर पर आ गए । इस सब में अच्छी बात  यह रही की  सिर्फ उनकी  राइट हैंड की एक  फिंगर काम  कर रही थी, जिससे वे हिला सकते थे।

अपाहिज वॉशिंगटन अपने हॉस्पिटल की खिड़की से बाहर इस ब्रिज को देखते हुए रोज ही सोचा करते, कि कैसे वह अपने इस अधूरे सपने को पूरा करें । जब भी वॉशिंगटन को कुछ भी बताना होता था वह अपने उस एक फिंगर की सहायता से  अपनी वाइफ के हाथ पर लिख कर सबसे communicate  किया करते थे। 

एक सुबह वह अपनी पत्नी की सहायता से ही अपनी पूरी टीम को हॉस्पिटल में बुलाकर सबको बताते हैं कि वे ब्रिज का काम फिर से शुरू करेंगे । उस ब्रिज के बनने तक वाटसन अपनी पत्नी की सहायता से इसी तरह अपनी पूरी टीम को guide  करते रहे। 

अपनी दृढ़ संकल्प की बदौलत ही इस घटना के 13 साल बाद वह ब्रिज संपूर्ण रूप से बनकर तैयार हुआ ।  आज उसे ब्रॉकलिंग  ब्रिज के नाम से जाना जाता है।  दोस्तों यह वही ब्रिज है जिसके बनने से पहले लोगों ने इसको बनाना असंभव बताया था। लेकिन  एक अपाहिज व्यक्ति ने अपनी power of determination के चलते अपनी  पूरी टीम की मदद से असंभव दिखने वाले इस  सपने को  हकीकत में बदल  कर दिखाया।

Moral of the story -जो अपने  संकल्प पर चलते हैं हार नहीं मानते वे नए कीर्तिमान बनाते हैं 

निष्कर्ष

ये दोनों कहानियां पढ़कर निश्चित की आप समझ पाएंगे कि संकल्प की शक्ति power of determination चमत्कारिक होती है।  इन कहानियों से  आप संकल्प की महत्ता का अंदाजा जरूर लगा पाएंगे। जितना अंतर इन दोनों कहानियों में है उतना ही अंतर आप अपने आप में पाएंगे जब आप अपने अंदर संकल्प की शक्ति जगा लेंगे। 

दोस्तों यह कोई बहुत बड़ी चीज नहीं है बहुत छोटी छोटी चीज है लेकिन मेरा मानना है कि जीवन में यह छोटी-छोटी चीजें ही मिल कर के बड़ा परिवर्तन लाते हैं इन छोटी बातों को कभी भी नजरअंदाज मत करिए यह आप को बदलने का हौसला रखती है। 

बदलाव लाकर देखिए कि अपनी बुरी आदतों में जिन्हें आप बदलना चाहते हैं सिर्फ छोटे-छोटे संकल्पों के माध्यम से। आप देखेंगे कि  कैसे यह power of determination आपकी पूरी जिंदगी बदल देगी।

संकल्प आपको सफल बनाते हैं क्योंकि जब आपका संकल्प मजबूत होता है या आप अपने लक्ष्य के प्रति पूरी तरह determinate होते हैं तो आप कभी भी संघर्ष से पीछे नहीं हटते । इसी कारण determination आपको कामयाब बनाता है ।

उम्मीद है आपको यह पोस्ट पसंद आएगी । अगर आप इसे पसंद करते हैं तो social media पर इसे share करना न भूले । अपने अमूल्य सुझाव आप हमें comment कर सकते हैं । धन्यवाद ! 

 

 

Share On Social media!

Leave a Comment