Top 10 Golden Rules To be Successful

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Golden rules to be successful मे सफलता के वो नियम हैं जिनके बारे मे हम जानते भी हैं पर उन पर अमल नहीं करते । इनको यदि गंभीरता से सोचा जाए और इन पर अमल किया जाए तो ये सच में कमाल का काम करते हैं ।

सक्सेसफुल होना या सफल होना हर किसी को अच्छा लगता है। लेकिन फिर भी दुनिया में सफल होने वाले लोगों की संख्या ज्यादा नहीं है। ऐसा क्यों है, क्यों सभी सफल नहीं हो पाते, इन सब के पीछे कुछ ना कुछ वजह जरूर है ।

ऐसा नहीं है कि जो लोग सफल होते हैं वे कुछ अलग करते हैं लेकिन हां इतना जरूर है कि वह हर काम को कुछ अलग तरह से करते हैं। वे लोग कुछ tips for success या फिर कुछ golden rules to be successful को follow करते हैं । जिसकी वजह से उन्हें सफलता हासिल होती है।

ऐसी कई गलतियाँ है जो अक्सर लोग करते हैं। जिनकी वजह से वे सफल नहीं हो पाते हैं । ऐसी कई चीजें हैं जिनको करने से व्यक्ति के सफल होने की संभावनाएं बढ़ जाती है, और वह सफल हो पाता है ।

आज के अपने ब्लॉग में हम उन्हीं Top 10 golden rules for success या फिर कुछ success tips के बारे में बात करेंगे जो हमें सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाते हैं ।

1. समय पर उठने की आदत डालें

Golden rules to be successful का पहला नियम है समय पर उठना । जो लोग समय पर नहीं उठते उनके सफल होने की संभावनाएं बहुत कम है। सफल होने के लिए जरूरी है कि आपको अपनी आदतें बदलनी होंगी । अगर आपने अपनी आदतें नहीं बदली तो आप अपना वक्त भी कभी नहीं बदल सकते हैं।

इसलिए अपने आप को बदलने का यह सही समय है सफल होने की उम्मीद आप तभी कर सकते हैं । जब आप सूर्य को जगाएं ना कि सूर्य आपको आकर के जगाए।

देर तक सोने वालों का वक्त भी अक्सर सोया रहता है इसलिए इसलिए सबसे पहले स्वयं को जल्दी उठाना शुरू करें तभी आप अपने सोए हुए वक्त को जगा पाएंगे 

याद रखिए अगर आप स्वयं को नहीं बदल सकते तो वक्त तो आपको जरूर बदल देगा वक्त का बदलाव बहुत बुरा होगा तो सबसे पहला परिवर्तन जो आपको अपने आप में करना है वह यह कि सूर्य के उदय होने से पहले उठे और अपने काम में लग जाए।

2.नकारात्मक लोगों से दूर रहें (golden rules to be successful )

जैसे दीमक लकड़ी को खा जाती है वैसे ही नकारात्मक विचार किसी भी इंसान को खत्म करने के लिए काफी हैं । इसलिए हमें अपने अंदर किसी भी हाल में नकारात्मक विचार नहीं आने ऐसी हर चीज से हमें दूर रहना है जिससे हमारे अंदर किसी भी प्रकार की कोई नेगेटिविटी आती है।

कई बार हमारे आस पास वाले ऐसे कई लोग होते हैं, जो या तो खुद बहुत नेगेटिव होते हैं, या फिर हमें कामयाब होते हुए नहीं देखना चाहतेहैं। तो ऐसी कंडीशन में वह लोग हमारे अंदर नकारात्मकता भरने की कोशिश करते हैं। उनके द्वारा भरी गई नकारात्मकता हमें हमारे लक्ष्य से दूर कर देती हैं।

इसलिए ऐसे लोगों से दूर रहें जो आपकी हिम्मत तोड़ने की कोशिश करें । ये वे लोग होते हैं जो खुद भी कुछ नहीं करते और दूसरों को भी कुछ नहीं करने देते हैं।

3.अपने गुरुओं की इज्जत करें

यह भी एक जरूरी success tips है । हमारे जीवन में जीवन में कई ऐसे लोग होते हैं, जो कदम कदम पर हमें कई कई बातें सिखाते हैं। जिन्हें हम अपना गुरु मानते हैं।

यह हमारे पेरेंट्स हो सकते हैं, हमारे टीचर सकते हैं, या फिर हमारे दोस्त या रिश्तेदार कोई भी हो सकते हैं। हमें हमेशा इनकी respect करनी चाहिए ।

एकलव्य को याद करिए, एकलव्य ने अपने गुरु द्रोणाचार्य के मांगने पर पर अपना अंगूठा तक गुरु दक्षिणा में दे दिया था, अगर आप सच में अपने गुरु से सच्ची शिक्षा लेना चाहते हैं तो आपको गुरु के प्रति समर्पित होना चाहिए। आपको अपने गुरु की इज्जत करनी चाहिए।

बड़ा बनने के लिए अपने अंदर कृतज्ञता के भाव को जागृत करें। आपके गुरु जो आपकी सफलता की राह में आपके मार्गदर्शक की भूमिका निभाते हैं। उनके लिए अपने मन में आदर भाव रखें। उनके साथ हमेशा इज्जत से पेश आएं।

कभी यह ना सोचें कि उन्होंने आपके लिए क्या किया है। याद रखें उन्होंने अपना काम बखूबी किया हैं । इसीलिए आज आप यहां हैं, और अपने भविष्य के बारे में सोच रहे हैं। उन्होंने आपको इस काबिल बनाया है,आपकी सोच को इस काबिल बनाया है कि आप अपने  भविष्य के पथ पर आगे बढ़ सके |

4.समस्याओं से न भागें  

Golden rule to be successful का यह Rule हमें समझाता है कि समस्याओं से कभी भी भागना नहीं चाहिए। समस्या है क्योंकि जीवन है, जीवन खत्म तो समस्या  खत्म । समस्या तभी खत्म होगी, जब जीवन समाप्त हो जाएगा । समस्या ही तो है जो आप हो अपनी ताकत का एहसास कराती है।  

आपके जीवन में जो समस्या है, आप उस समस्या का समाधान कर सकते हैं । बस शर्त ये है कि आपको खुद पर यकीन होना चाहिए । याद रखिए-

“मनुष्य परिस्थितियों का दास नहीं होता ,परिस्थितियाँ मनुष्य की दासी होती है |”

अगर दुनिया में कोई समस्या ही ना, होती तो  कोई भी नई चीज जन्म ही नहीं लेती, विज्ञान में  कितने आविष्कार  किए गए हैं , यह सभी किसी न किसी समस्या से प्रेरित होकर ही किए हैं। समस्याएं हैं,इसीलिए उनके समाधान  ढूंढे जाते हैं |

 याद रखिए ऊपर वाला सब को उनकी हैसियत के अनुसार ही चीजें देता है , जितनी बड़ी  आपकी  हैसियत है , उतनी ही बड़ी आपकी समस्या भी होगी । इसलिए समस्याओं से घबराइए मत उनका डटकर मुकाबला कीजिए , समस्याएं आपके अंदर की छुपी हुई असीम क्षमता से आपका परिचय कराती है।

5.हमेशा सकारात्मक सोचें (golden rules to be successful)

golden rules to be successful

सफल होने के लिए जरूरी है हमेशा अपने अंदर positivity बनाए रखना । इसको समझने के लिए पानी में तैरने वाली नाव पर विचार करिए। वह नाव कभी भी बाहर के पानी से नहीं डूबती है , वह तभी डूब सकती है जब उसके अंदर  छेद हो, और उस छेद से पानी नाव के अंदर आ सके ।

इस उदाहरण से यह साफ है, कि किसी भी चीज के पतन के लिए बाहरी वातावरण से ज्यादा उसके अंदर का वातावरण या उसके अंदर की कमजोरियां  जिम्मेदार होती है । हम शायद बाहर की नेगेटिविटी से या नकारात्मकता से बच भी जाए। परंतु अंदर की नकारात्मकता हमें ज्यादा नुकसान पहुंचाती है ।

इसलिए हमें अपने आप को सकारात्मक बनाना है और अगर हमने ऐसा कर लिया तो बाहर के कोई भी विचार हमारा कोई नुकसान नहीं कर सकते ।

6. स्वयं की कीमत पहचानिये (golden rules to be successful )

यह सबसे जरूरी चीज है कि हमें अपनी कीमत पता हो | अगर ऐसा नहीं है तो कोई भी हमें सस्ते में  बेच जाएगा |आप क्या है, और क्या कर सकते हैं, यह आप सबसे बेहतर जानते हैं। इसलिए किसी के बहकावे में आकर अपने आप को गलत आंकना छोड़ दीजिए ।

इसे हम ऐसे भी समझ सकते हैं मान लीजिए, आप कोई नया काम शुरू करना चाहते है।आपने उसके बारे में सारी जानकारी अच्छे से  जुटा ली है। आपको यह भी पता है कि आप यह काम अच्छे से कर पाएंगे ।

एक दिन आप अपना प्लान किसी मित्र के साथ शेयर करते हैं, और आपका वह मित्र आप से कहता है तुम यह नहीं कर पाओगे । वह आपको उस में आने वाली तमाम मुश्किलों के बारे में बताता है, और आपको कहता है कि तुम यह नहीं कर सकते।

अब अगर उसकी बात सुनकर के आपने अपनी कामयाबी के प्रति अपने मन में संदेह पैदा कर लिया, तो जाहिर सी बात है कि आप सफल नहीं हो पाएंगें । लेकिन इसके उलट यदि आप भी अपनी कामयाबी के प्रति उतने ही निष्ठावान हैं, जितने पहले थे, तो यकीन मानिए आपको कामयाब होने से कोई नहीं रोक सकता ।

अगर हम स्वयं पर विश्वास करते हैं ,तो विश्वास जीतता जरूर  है । लेकिन अगर हम संदेह कर लेंगे तो संदेह जीत जाएगा और हम हार जाएंगे , इसलिए अपनी कीमत  पहचानिये ।

इसलिए अगर आपको अपने ऊपर पूरा विश्वास है तो किसी और का अविश्वास आपका कुछ भी नहीं  बिगाड़ सकता |

7. अपनी जिम्मेदारी स्वयं लें  

अपनी जिंदगी की जिम्मेदारी स्वयं लीजिए । कोई दूसरा आपकी जिंदगी नहीं बदल सकता यही बताता है golden rules to be successful का यह नियम।

यदि आप अपने जीवन में कोई बदलाव चाहते हैं, तो उसके लिए आपको ही प्रयास करना होगा। किसी दूसरे पर निर्भर रहकर आप अपने जीवन में किसी तरह की कोई तरक्की नहीं कर सकते।

अगर आपके पैर में कांटा  चुभा है ,तो दर्द भी आपको ही हो रहा है । इसलिए उस कांटे को निकालने की जिम्मेदारी भी आपकी ही है।

अगर आप चाहते हैं कि आपके पास पैसे आए या आपको किसी चीज में कामयाबी मिले तो मेहनत भी आपको ही करनी होगी। किसी और को आपकी जिंदगी से कोई लेना-देना नहीं  है |

“आप करोड़ों लोगों में दूसरों के लिए सिर्फ एक नंबर हैं ,इसलिए स्वयं के अलावा किसी दूसरे इंसान से कोई उम्मीद ना करें ।”

8. अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलें (Tips for success)

वह लोग कभी कुछ बड़ा नहीं कर सकते, जो हमेशा अपने कंफर्ट जोन में रहना चाहते हैं। ये लोग “कोई मुसीबत ना आए” ऐसी सोच रखते हैं। क्योंकि ऐसे लोग किसी भी तरह का रिस्क नहीं उठाना चाहते । उनको लगता है कि जिस आरामदायक परिस्थिति में उनकी जिंदगी चल रही है, उसी तरह  चलती रहे । उसमें किसी तरह का कोई व्यवधान ना आए ।

हम यह कह सकते हैं कि वह आने वाली प्रॉब्लम से या परेशानियों से इतना डर चुके होते हैं, कि जितना संभव हो उनसे बचने की कोशिश करते रहते हैं। ऐसे  लोगों की जिंदगी जैसी है, वैसी ही चलती रहती है, कभी कुछ बड़ा करने की ना तो इनकी इच्छा होती है,ना काबिलियत ।

यदि आप अपनी लाइफ में कुछ बड़ा चाहते हैं,कुछ बदलाव चाहते हैं,या कुछ अच्छा हासिल करना चाहते हैं, तो ऐसे ना बने । अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकले और अपनी समस्याओं का खुलकर सामना करें।

9. धैर्य बनाए रखें (golden rules to be successful )

कई बार सफलता मिलने में समय अधिक लगने पर हम बेचैन होने लगते हैं, अपना धैर्य खोने लगते हैं। लेकिन हमें ऐसे वक्त में  अपना हौसला बनाए रखना चाहिए । क्योंकि बड़ी सफलता मिलने में वक्त भी अधिक लगता है।

तो जब आपको सफल होने में देर हो रही है तो अपनी हिम्मत ना हारे, बल्कि यह सोचे कि आप को मिलने वाली सफलता निश्चित रूप से बड़ी है, इसीलिए इतना समय ले रही है |

किसी कार्य में सफल होने में, विलंब होने पर अपना रास्ता बदलने की तो बिल्कुल भी नहीं सोचे |क्योंकि जब आप मंजिल के इतने करीब पहुंच ही चुके हैं,तब पीछे हटने का कोई भी मतलब नहीं रह जाता। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपकी सफलता निश्चित है |

लेकिन यदि आप सफलता में हुए विलंब से घबराकर बीच में अपने कम को छोड़ देते है, तो आपकी मेहनत और समय दोनों व्यर्थ हो जाते हैं |जब भी आप विलंब से घबराएं तो ,महाकवि वृंद की इन पंक्तियों को याद कीजिए

करत -करत अभ्यास के जड़मत होत सुजान ,

रस्सी आवत जावत से सिल पर पड़त निशान

इसके साथ ही कभी भी शुरुआती असफलताओं से घबराइएगा नहीं। यह असफलताएं असलियत में आपको सिखाती हैं सफल होने के सही तरीके ।

असफलताएं आपकी सफलताओं की सीढ़ी है, आपकी राहों की बाधाएं नहीं । “

इसलिए जब भी आप असफल हो, तो सोचिए कि अभी कुछ कसर बाकी थी, और अगले प्रयास में उन सारी कमियों को पूरा करके प्रयास करिए। तो आप निश्चित रूप से अपने मनमाफिक सफलता हासिल कर पाएंगे। इसका मतलब है कि हमेशा अपनी असफलताओं से सीखे, क्या कमियां रह गई, उन पर विचार करिए और सुधार करिए ।

याद रखिए जो लोग सफल हुए हैं, या जो लोग सफल होने वाले हैं, उन्हें असफलताओं से दो-चार होना पड़ता है ।

इसलिए यदि आप असफल हो रहे हैं, तो यह सोचिए कि आपकी मंजिल बहुत आसान नहीं है, लेकिन आपके लिए असंभव भी नहीं ।

10. अपना लक्ष्य निर्धारण अवश्य करें

अपने जीवन में कुछ भी हासिल करने के लिए सबसे जरूरी बात है कि, ” आप लक्ष्य निर्धारण करें ।” जिंदगी में अपने मकसद तय करें। आप क्या हासिल करना चाहते हैं, कितने वक्त में हासिल करना चाहते हैं, यह तय करना बहुत जरूरी है ।

अगर आपने कोई भी लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है तो सोचिए आप फिर किस दिशा में आगे बढ़ेंगे । कोई मकसद ही नहीं होगा, तो मेहनत क्यों की जाएगी ! मेहनत तभी की जाती है, या सफर तभी शुरू किया जाता है, जब मंजिल हमारी निगाहों में हो । अगर हमारी निगाहों में, हमारे सामने कोई लक्ष्य ही नहीं होगा, कोई मंजिल ही नहीं होगी, तो हमारा सफर शुरू कैसे होगा ?

इसमें सबसे पहले सबसे जरूरी चीज है कि अपने लक्ष्य निर्धारित करने के बाद उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमें छोटे छोटे दैनिक गोल बनाने पड़ेंगे ,और उनको दैनिक आधार पर हर हाल में पूरा करना चाहिये । हमें अपने लक्ष्य पर उसी तरह आँखें जमानी पड़ेंगी जैसे -” महाभारत में अर्जुन ने मछली की आँख पर निशाना लगाया |”

अगर आपने अपने मकसद बना लिए हैं तो जाहिर सी बात है वह लक्ष्य और वह मकसद भी आपको निरंतर प्रेरित करते रहेंगे, जब तक कि वह हासिल ना हो जाए । यह लक्ष्य हमारे जीवन को एक दिशा देते हैं, जिस दिशा में हमें निरंतर आगे बढ़ना होता है ।

निष्कर्ष :-

आप अपने जीवन मे इन सभी golden rules to be successful को यदि अच्छे से फॉलो करेंगे तो ,निश्चित रूप से आपको बहुत पाज़िटिव results मिलेंगे । जब भी कमजोर पड़े इन सभी success tips को अमल में लाएँ , निश्चित ही सफलता आपके कदम चूमेगी ।

यह लेख आपको कैसा लगा जरूर बताएँ , अपने सुझाव comment करके बताएँ ,हमें इंतजार रहेगा ।

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