3 Best Hindi Moral Stories शिक्षाप्रद कहानियाँ हिंदी में – 2020

Hindi Moral Stories कुछ ऐसी कहानियाँ हैं जिन्हे हम अपने बचपन में सुनते हुए बड़े हुए हैं। इन कहानियों के रूप मे हमारे बड़ों ने हमारे अंदर अनेकों प्रकार की moral values डाली हैं । इन Hindi Moral Stories की नयी पीढ़ी को , हमारे बच्चो को हमसे कहीं अधिक जरूरत हैं । इसलिए आज के पैरेंट्स को इन कहानियों के माध्यम से अपने बच्चों को शिक्षित करने की आवश्यकता है ।

Hindi Moral Story 1 : लालची कुत्ता (Greedy Dog)

एक बार एक कुत्ता था। वह बहुत ही भूखा था। बहुत देर से वह अपने लिए कुछ खाना तलाश कर रहा था।

काफी मेहनत के बाद उसे कहीं से एक रोटी का टुकड़ा मिला। वह उस रोटी के टुकड़े को लेकर अपने घर पहुंचना चाहता था।

इसलिए उसने वह रोटी अपने मुंह में दबाई और अपने घर की ओर चल पड़ा। घर तक कि रास्ते में एक नदी पड़ती थी। उस नदी पर एक छोटा सा कच्चा पुल था।

वह कुत्ता अपनी रोटी के साथ नदी पार करने के लिए पुल से गुजरने लगा। तभी उसकी नजर खुद की परछाई पर पड़ी जो नदी के पानी में दिखाई दे रही थी।

उस कुत्ते को लगा यह कोई दूसरा कुत्ता है। और इसके मुंह में भी रोटी है। और उसके मन में दूसरी रोटी को पाने की लालसा जागी।

उसने सोचा कि मैं लड़कर झगड़ कर इस कुत्ते को इस दूसरे कुत्ते को डरा सकता हूं। और उसकी रोटी छीन सकता हूं। यही सोच कर उसने रोकने के लिए अपना मुंह खोला जैसे ही उसने मुंह खोला वैसे ही उसके मुंह की रोटी पानी में गिर गई।

उसने अपनी रोटी ढूंढने का बहुत प्रयास किया परंतु वह कामयाब नहीं हुआ और दुखी होकर के पछताने लगा।

इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें कभी भी लालच नहीं करना चाहिए और संतोष रखना चाहिए।

Hindi Moral Story 2 : प्यासा कौआ ( Thirsty Crow )

वह पानी की तलाश में बहुत देर से इधर से उधर उड़ रहा था।काफी देर की मशक्कत के बाद उसे दूर कहीं एक घड़ा दिखाई दिया।

वह तुरंत घड़े के पास पहुंचा और पानी ढूंढने लगा। उसने देखा के घड़े में बहुत कम पानी था। कौवा उदास हो गया।

क्योंकि वह पानी तक नहीं पहुंच सकता था। और उससे बहुत तेज प्यास लगी थी। फिर भी उसने हिम्मत नहीं हारी और कुछ सोचने लगा।

सोचते – सोचते उसके दिमाग मे विचार आया। और वह इधर उधर से उड़कर बहुत सारे छोटे छोटे पत्थर इकट्ठा करने लगा। जब काफी पत्थर इकट्ठे होंगे तब उसने वे सारे पत्थर एक-एक करके मटके में डाल दिए।

उसके ऐसा करने से पानी ऊपर आ गया। अब कौवा उस पानी तक पहुंच सकता था। और उसने पानी पी लिया।और अपनी प्यास बुझाई।

इस तरह कौवे ने मुसीबत के समय में अपनी चतुराई से काम लिया और कामयाबी हासिल की।

इस कहानी से हमें शिक्षा मिलती है की मुसीबत के समय हमें घबराना नहीं चाहिए। और मुसीबत से बाहर निकलने के लिए अपनी बुद्धि का उचित प्रयोग करना चाहिए।

Hindi Moral Story 3 : दो दोस्त और भालू

( Two Friends And A Bear)

एक बार दो दोस्त थे । एक का नाम रवि और दूसरे दोस्त का नाम विकास था । विकास का वजन सामान्य था लेकिन रवि  काफी मोटा था । एक दिन वे दोनों  टहलने के लिए बाहर निकले। टहलते टहलते वे घर से काफी दूर निकल आए थे। तब उन्हें ध्यान आया कि वह जंगल में पहुंच चुके हैं। और रास्ता भटक चुके हैं।

इस जंगल के बारे में उन्होंने सुन रखा था। यहां कई सारे भालू रहते थे। बहुत देर तक वे दोनों जंगल में भटकते रहे। परंतु उन्हें रास्ता नहीं मिला।

अब दोनों को डर लगने लगा था। तभी उन्होंने देखा कि सामने से एक मोटा भालू चला आ रहा है। वह भालू उनकी तरफ ही आ रहा था ।

विकास जो कि पतला था। उसे पेड़ों पर चढ़ना आता था। परंतु रवि जो मोटा था। वह पेड़ पर नहीं चढ़ सकता था।विकास ने तुरंत अपने आसपास नजर दौड़ाई और वह एक ऊंचे पेड़ पर चढ़ गया।

परंतु रवि पेड़ पर नहीं चढ़ सकता था। इसलिए वह डर के मारे जमीन पर अपनी सांस रोक कर लेट गया। जब भालू आया तो उसने उसे देखा। परंतु वह उसे मरा हुआ समझकर आगे बढ़ गया।

भालू के जाने के बाद विकास पेड़ से उतरता है। और रवि के पास आता है। वह रवि से पूछता है की भालू तुम्हारे कान में क्या कह कर गया। तब विकास ने कहा कि भालू ने मुझसे कहा है कि धोखेबाज दोस्तों से दूर रहो।

इतना कहकर विकास वहां से अपने घर घर की और चल देता है।

इस कहानी से हमें शिक्षा मिलती है। कि हमें ऐसे दोस्त रखने चाहिए। जो मुसीबत में हमारा साथ दें। ना कि ऐसे जो मुसीबत में हमारा साथ छोड़ कर चले जाए।

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